कक्षा 9th संस्कृत विषय की तैयारी कैसे करें? एमपी बोर्ड 2024

200 परीक्षा की तैयारी करने के लिए तो बहुत विद्यार्थी करते हैं और विद्यार्थी और स्थान अंको से पास भी हो जाते हैं |लेकिन यहां बात यह है कि संस्कृत विषय में 80 से ज्यादा अंक लाने के लिए आपको किस तरीके से तैयारी करनी होगी | संस्कृत विषय में 80 से ज्यादा अंक लाने के लिए आपको तैयारी के दौरान एक बेहतर रणनीति से परीक्षा की तैयारी करनी होगी | आपको मालूम होना चाहिए कि किस तरीके से संस्कृत के किस चैप्टर को कब और कैसे पढ़ना है | | दोस्तों आपको कैसे संस्कृत विषय में 80 से ज्यादा अंक हासिल करना है ?किस तरीके से कब और क्या पढ़ना है इन सारी बातों पर आगे चर्चा करेंगे-

कक्षा 9th संस्कृत विषय की तैयारी कैसे करें? 2024

दोस्तों कक्षा10th तक संस्कृत, विद्यार्थियों का पीछा नहीं छोड़ती | कई विद्यार्थियों को संस्कृत पढ़ने में बहुत परेशानी होती है ,उनको संस्कृत बहुत कठिन लगती है | कई विद्यार्थियों को संस्कृत पढ़ने में इतनी आलस आती है कि वह संस्कृत को मैंने बहुत ही कम पड़ते हैं और अंत में परिणाम स्वरूप कभी-कभी वह फेल भी हो जाते हैं | दोस्तों संस्कृत विषय को आप को हल्के में नहीं लेना चाहे संस्कृत विषय हो या अन्य कोई विषय आपके लिए हर एक विषय महत्वपूर्ण होता है | दोस्तों जहां तक मेरा मानना है संस्कृत इतनी कठिन नहीं होती जितनी विद्यार्थियों को लगती है | दोस्तों विषय कोई भी हो अगर उस विषय का बार बार अभ्यास करते रहें तो संस्कृत क्या कोई भी विषय आपको सरल लगने लगेगा | कोई भी चीज देखने के लिए निरंतर प्रयास करना जरूरी होता है | लगातार प्रयास करते रहने से हर एक चीज जो कठिन होती है सरल हो जाती है | दोस्तों अगर आपको भी संस्कृत कथन लगती है और आपके भी अच्छे अंक नहीं आ पाते तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है | आज हम इन्हीं सब बातों पर आगे चर्चा करने वाले हैं –

एमपी बोर्ड वार्षिक पेपर 2024

दोस्तों शायद आपने कभी सोचा होगा कि संस्कृत पंडितों को ज्यादा आती है | दोस्तों ऐसा कुछ भी नहीं है जहां तक मेरा मानना है तो वे लोग जिनको अच्छी संस्कृत की नॉलेज है वे लगातार संस्कृत का अभ्यास करते रहते हैं | दोस्तों कई बार क्या होता है जब हम किसी क्लास में जाते हैं और हमें किसी विषय के शुरुआती पाठ में यदि कोई पाठ समझ में नहीं आता है, तो हमारी उस विषय के प्रति रुचि नहीं रहती ना ही हमें वह विषय अच्छा लगता है | दोस्तों जब कोई विद्यार्थी नहीं क्लास में जाता है और उसको शुरुआती पाठ में कोई चीज समझ में नहीं आती है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है | ऐसा हो सकता है कि शुरुआती पाठ में आपको थोड़ी सी ज्यादा मेहनत करनी पड़ जाए लेकिन वही चीज आपको समझ में जरूर आएगी | ऐसा कोई भी चैप्टर नहीं होता है कि वह इतना कठिन हो कि विद्यार्थी के लिए वह हमेशा कठिन ही बना रहे | विद्यार्थी के लगातार मेहनत करते रहने से हर कठिन से कठिन पाठ सरल हो जाता है |

दोस्तों पढ़ता तो हर एक विद्यार्थी है लेकिन कैसे कोई विद्यार्थी औसतन रह जाता है ,वहीं दूसरी तरफ कैसे कोई विद्यार्थी टॉप कर जाता है | दोस्तों कुछ विद्यार्थी इसलिए टॉप कर जाते हैं क्योंकि उनके पढ़ने का तरीका थोड़ा औसतन विद्यार्थियों से अलग होता है | टॉप करने वाला विद्यार्थी हमेशा अपना माइंड सेट करके रखता है कि उसे टॉप करने के लिए ही पढ़ना है अब उसे किस तरीके से पढ़ना है यह उसके ऊपर ही निर्भर करता है | टॉप करने वाला विद्यार्थी कभी यह नहीं सोचता कि उसे कितनी मेहनत करनी पड़ेगी लेकिन ,उसे टॉप आना है इसके लिए वह पढ़ता है |

संस्कृत को कैसे पढ़ें- 2024

दोस्तों कुछ विद्यार्थियों को संस्कृत बहुत कठिन लगने लगती है | ऐसा इसलिए होता है कि संस्कृत में कई शब्द बहुत लंबे होते हैं, इस कारण वह पढ़ने में थोड़ी कठिन होती है | जहां तक मेरा मानना है जब तक हम किसी विषय को पढ़ने का प्रयास नहीं करते हैं तब तक हमें वह चीज कठिन ही लगने लगती है | दोस्तों संस्कृत को सीखना इतना कठिन नहीं है जितना विद्यार्थियों को लगने लगता है | यदि आप संस्कृत सीखना चाहते हैं ,तो आपको सबसे पहले संस्कृत किस शब्दों का विच्छेद( शब्दों को अलग -अलग करना )करना आना चाहिए | संस्कृत के शब्दों को विच्छेद करना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि संस्कृत के शब्द थोड़े लंबे होते हैं जिनको उच्चारण करने में परेशानी आ सकती है | संस्कृत के शब्दों को एक बार में पूरा पढ़ा जाए इतना सरल नहीं होता इसलिए शब्दों का विच्छेद करना संस्कृत भाषा को समझने के लिए जरूरी होता है| संस्कृत के शब्दों को विच्छेद कर आप संस्कृत को बड़ी आसानी के साथ समझ सकते हैं |

संस्कृत को सीखने के लिए और संस्कृत को आसान बनाने के लिए आपको सबसे पहले संस्कृत की व्याकरण को सीखना होगा | यदि आप संस्कृत की व्याकरण को सीख जाते हैं तो आप संस्कृत के शब्दों को चुटकियों में भी पढ़ सकते हैं और अर्थ निकाल सकते हैं | व्याकरण को देखने के पश्चात आप संस्कृत को बड़ी आसानी के साथ है याद कर सकते हैं और सीख सकते हैं |

संस्कृत का निबंध कैसे याद करें?? 2024

दोस्तों यदि आप कोई भी चीज कोराटकर याद करने का प्रयास करते हैं तो आप ज्यादा देर तक याद नहीं रख पाएंगे|
लंबे समय तक यदि आप किसी चीज को याद रखना चाहते हैं तो आपको चीजों को रखने की जगह समझने का प्रयास करना होगा | दोस्तों ऐसा नहीं है कि कोई चीज रोटी नहीं जा सकती आप काट कर उस चीज को लंबे समय तक याद नहीं रख सकते | रतकाल यदि कोई चीज याद होती है तो वह हमें थोड़े समय में भूल जाएगी | रटी हुई चीज हमें समय पर यदि याद नहीं आई तो इस तरीके से याद करने पर कोई फायदा नहीं |

जहां एक तरफ विद्यार्थी को लगता है कि हम कम समय में रखकर चीजों को याद कर लेते हैं | रखने के बाद विद्यार्थियों को बहुत ही चीजें याद तो हो जाती हैं परंतु यह रूठी हुई चीज भूल जाती है | दोस्तों समझने में थोड़ा सा समय जरूर लग सकता है परंतु याद की गई चीज देर तक याद रहेगी | भक्तों ने बंद का सीधा संबंध हमारे दिमाग से होता है परीक्षक यह देखता है, कि आपकी स्किल्स डेवलपमेंट क्या है?,आप किस तरीके से सोचते हैं ?,आपने अपने जीवन में क्या-क्या सीखा ? दोस्तों संस्कृत का निबंध थोड़ा अन्य निबंध से भिन्न होता है इसमें किसी प्रकार की कोई हेडिंग नहीं होती आपको वही लिखना होता है जो आपको प्रश्न में कहा जाए | कुछ महत्वपूर्ण निबंध जो आपकी परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है-

  • १. महात्मा गांधी
  • २. संस्कृत भाषा महत्वम्
  • ३. अनुशासनम्
  • ४. दूरदर्शम्
  • ५. पर्यावरणम्
  • ६. परोपकार: ( 2009, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17 ,18 ,19, 20, 21)

दोस्तों संस्कृत में निबंध सीखने में यदि आपको परेशानी जाती है तो आपको सबसे पहले निबंध को पूरे कंसंट्रेट के साथ पढ़ना है ना कि निबंध को रटना है | निबंध को समझने का प्रयास करें तो आपको याद करने में ज्यादा आसानी होगी | दोस्तों संस्कृत में निबंध के शब्द भी थोड़े कठिन होते हैं इसलिए आपको हो सके तो निबंध लिखकर याद करने का प्रयास करना चाहिए |

यदि आप निबंध को लिखकर याद करते हैं तो आप अच्छी तरीके से अपने दिमाग में बिठा पाएंगे | परीक्षा में लिखने से पहले ही आपको अपने घर पर तैयारी के दौरान बिना देखे लिखने का प्रयास करना है | ऐसा करने से आप अपनी गलती को आसानी से पकड़ पाएंगे अगर आपको अपनी गलती नजर आती है तो आप अपनी गलती में परीक्षा से पहले ही सुधार कर सकते हैं | संस्कृत के निबंध में ( , )और अनुपात ( : ) का विशेष ध्यान देना होता है | दोस्तों यदि परीक्षा में आप निबंध लाइन के तरीके से अथवा नंबरिंग 1, 2, 3 डालकर लिखते हैं तो आपको जितने अंकों का प्रश्न है जैसा कि यदि 8 अंक का प्रश्न है और आप परोपकार पर निबंध लिखते हैं तो आपको लगभग 8-10 से ज्यादा लाइन लिखने का प्रयास करना है | कोशिश यही होना चाहिए कि 8 से कम लाइनों में निबंध नहीं लिखना है हो सके तो इससे ज्यादा लाइने आपको लिखना है |

अगर आप बिना लाइनों के निबंध लिखते हैं जैसा कि यदि आप संस्कृत भाषा महत्वम् पर निबंध लिखते हैं तो आपको इसमें बिना नंबरिंग 1. , 2. ,आदि से लिखते हैं | अब आप को पर्याप्त शब्दों निबंध को लिखना होता है क्योंकि प्रश्न ज्यादा अंको का होता है तो आपको उसी हिसाब से उत्तर में शब्दों को लिखना होगा | निबंध लिखने के दौरान आप अन्य शब्दों को भी जोड़ सकते हैं परंतु याद रहे वह शब्द निबंध से रिलेटेड होना चाहिए |

संस्कृत के पेपर को हल कैसे करें?

दोस्तों जरूरी नहीं की पेपर को शुरुआती से ही हल किया जाए | आपको पेपर में जिन प्रश्नों के उत्तर सही तरीके से और पूर्ण रूप से याद हो आप उन प्रश्नों को पहले कर सकते हैं | परीक्षा में जिन प्रश्नों को आप करते हैं उनमें आपको याद रखना है प्रश्न का क्रमांक सही तरीके से लिख देना है ताकि कॉपी चेक करने वाले हो सही तरीके से पता लग जाए कि यह उत्तर किस प्रश्न का है | पेपल हर करने के बाद आपको इतना समय जरूर बचा लेना है की कॉपी को एक बार चेक कर सकें की प्रश्न पूरे हल हुए हैं कि नहीं |

संस्कृत के विकल्पों को कैसे लिखें ?

दोस्तों परीक्षा में हमें प्रश्नों को अपनी कॉपी में नहीं लिखना होता है बल्कि प्रश्न का क्रमांक डालकर केवल उसका उत्तर लिखना होता है | यदि आप वस्तुनिष्ठ प्रश्न अर्थात विकल्प वाले प्रश्नों को हल करना चाहते हैं तो आपको प्रश्न क्रमांक डालकर उस प्रश्न के अंतर्गत आने वाले सभी विकल्पों के उत्तर क्रम से लिखना है |

जैसे-

प्रश्न (1) . उचितं विकलपं चित्वा लिखत्

  1. 2.

3.

4.

5.

संस्कृत की जोड़ी को कैसे लिखें?

दोस्तों किसी प्रश्न को हल करने से पहले हमें ध्यान से पढ़ लेना चाहिए कि प्रश्न में क्या कहा गया है ,इसके बाद ही हमें परीक्षा में उस प्रश्न का उत्तर लिखना चाहिए | जैसे जोड़ी में यदि मिलाने को कहा गया है तो आपको उत्तर में जोड़ी मिला कर लिखना है यदि जोड़ी बनाने के लिए बोला गया है तो आपको जोड़ी बनाकर लिखना है | जोड़ी बनाने के दौरान इस प्रश्न का उत्तर सही होगा इस प्रश्न को आप उसके सामने लिख देंगे |

जैसे-

प्रश्न (2). युग्ममेलनं कुरुत –

(क) – ‌‌ 1
(ख) – 2
(ग) – 3
(घ) – 4
(ड़) – 5

इस तरीके से जिस प्रश्न का जो उत्तर सही हो आप उसको उसी प्रश्न से मिला सकते हैं |

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