दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं कि विज्ञान की तैयारी को कैसे करें विज्ञान में हम कैसे 95% से अधिक अंक ला सकते हैं | इन सभी बातों पर चर्चा करेंगे दोस्तों चाहे आप ऑनलाइन तैयारी करें या फिर ऑफलाइन इसमें आपके पढ़ने का तरीका बहुत महत्वपूर्ण होता है | दोस्तों जब भी आप तैयारी करें तो तैयारी के दौरान किन -किन बातों पर ध्यान देना चाहिए इन सभी बातों पर चर्चा करेंगे |
दोस्तों विज्ञान को फिजिक्स ,केमिस्ट्री ,बायोलॉजी(Physics,Chemistry,Biology) तीन भागों में विभाजित किया जाता है | दोस्तों कई विद्यार्थियों को फिजिक्स कठिन लगती है कुछ विद्यार्थियों को बायोलॉजी का ठंड लगती है तो कुछ विद्यार्थियों को केमिस्ट्री समझ में ही नहीं आती दोस्तों आज हम इन्हीं विषयों पर चर्चा करेंगे कि इन विषयों को किन तरीकों से आसान बनाया जाए और कैसे इनको याद किया जाए | किस तरीके से इन बेटियों को पढ़ा जाए ताकि परीक्षा में हम अच्छा प्रदर्शन कर सकें |
विज्ञान में नए सिलेबस को कैसे समझें ?
दोस्तों परीक्षा में तैयारी के दौरान सिलेबस पर आपकी विशेष नजर होना चाहिए | अगर आपको सिलेबस समझ में नहीं आता सब ऐसे में आप किस विषय में कितना पढ़ना है और कहां से किस अध्याय से कितना पढ़ना है इन सभी के बारे में पता नहीं लगा पाएंगे और पढ़ाई के दौरान आपका समय नष्ट हो सकता है | इसलिए जब भी आप तैयारी करें तो आपको सिलेबस पर विशेष ध्यान देना है आपको सिलेबस के अनुसार ही प्रत्येक विषय में एक्सपेक्टेड प्रश्नों को सीखने का प्रयास करना है | दोस्तों आपको सिलेबस के अनुसार ही प्रत्येक अध्याय को ध्यान पूर्वक पढ़ना है | सिलेबस में जिस अध्याय से जिन प्रश्नों का जिक्र किया गया हो आपको उसी के अनुसार अध्याय में पढ़ना है और तैयारी करना है |
क्या प्रीवियस ईयर के पेपर पढ़ना जरूरी है ?
दोस्तों प्रीवियस ईयर के पेपर में जो प्रश्न होते हैं क्योंकि कई बार प्रश्नों को परीक्षा में दोहराया जाता है | प्रीवियस ईयर के पेपर में जो प्रश्न आते हैं वह बहुत ही एक्सपेक्टेड होते हैं |
दोस्तों प्रीवियस ईयर की पेपर में जो वैकल्पिक प्रश्न आते हैं कभी-कभी उन प्रश्नों को भी दोहराया जाता है | प्रीवियस ईयर में आने वाले वैकल्पिक प्रश्न आपके लिए आगामी परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकते हैं | दोस्तों परीक्षा की दृष्टि से हमारे लिए सबसे जरूरी होता है कि पेपर को हम किस तरीके से समझा जाए | किस तरीके से पेपर को किया जाए कि हमारे 95% से अधिक अंक आ जाएं | दोस्तों अगर आपको जानकारी नहीं है कि पेपर किस तरीके से आता है तब पेपर को समझने के लिए प्रीवियस ईयर के पेपर के द्वारा आप समझ सकते हैं कि पेपर कैसे आता है |
कितने पुराने प्रीवियस ईयर पेपर Solve करना चाहिए ?
दोस्तों प्रीवियस ईयर के पेपर के सहारे आप पूरी तैयारी तो नहीं कर सकते लेकिन आपके तैयारी करने का जो पैटर्न है वह आपको समझ में आ जाएगा | प्रीवियस ईयर के पेपर के द्वारा आप समझ सकते हैं कि किस तरीके से पढ़ना है और कितना पढ़ना है किस अध्याय से कितना आता है उसी हिसाब से आप अपनी तैयारी कर सकते हैं | दोस्तों आपका सबसे पहला काम है कि आप सिलेबस के अनुसार पढ़ाई करें | दोस्तों प्रीवियस ईयर के पेपर को आप शुरुआत में सॉल्व नहीं कर सकते जब आप अपने सिलेबस को कंप्लीट कर लेते हैं सब कुछ पढ़ लेते हैं तब सीखने के बाद आप प्रीवियस ईयर के पेपर को सॉल्व कर सकते हैं | यदि आप शुरुआत में प्रीवियस ईयर के पेपर को सॉल्व करने की कोशिश करेंगे तब आपको प्रीवियस ईयर के पेपर के प्रश्न भी समझ में नहीं आएंगे क्योंकि आपने अभी तक सिलेबस कंप्लीट नहीं किया है | इसलिए प्रीवियस ईयर के पेपर सॉल्व करने से पहले आपको अपना सिलेबस कंप्लीट करना होगा |
विज्ञान की तैयारी कैसे करें ?
दोस्तों प्रीवियस ईयर पेपर हल करने के बाद आपको मॉडल पेपर को सॉल्व करना चाहिए | मॉडल पेपर सॉल्व करने से आप अपनी तैयारी का अंदाजा लगा सकते हैं कि आप की तैयारी कहां तक हो पाई है | मॉडल पेपर सॉल्व करने के बाद आपको पता चल जाएगा कि किस विषय में कितना पढ़ने के लिए बचा है | दोस्तों प्रीवियस ईयर के पेपर कभी-कभी तो दोहराए जाते हैं लेकिन यदि प्रीवियस ईयर के जो पेपर से प्रश्न होते हैं प्रश्न तो नहीं आएंगे लेकिन उसी के आधार पर प्रश्न पूछे जाएंगे | प्रीवियस ईयर के पेपर 1 साल पुराने अथवा 2 साल पुराने परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं | यदि आप 1 साल अथवा 2 साल पुराने प्रीवियस ईयर के पेपर को सॉल्व कर लेते हैं तब आप 3 साल पुराने पेपर को भी सॉल्व कर सकते हैं | दोस्तों प्रीवियस ईयर के पेपर सॉल्व करने के बाद आपको परीक्षा के लिए कॉन्फिडेंस आ जाएगा| दोस्तों प्रीवियस ईयर के पेपर सॉल्व करने से पहले आपको सिलेबस को कंप्लीट जरूर करना है सिलेबस कंप्लीट करने के बाद ही आप प्रीवियस ईयर के पेपर को सॉल्व करना तब आप की तैयारी बेहतर हो पाएगी |
पेपर के पैटर्न को कैसे समझें ?
दोस्तों पेपर के पैटर्न को समझने के लिए सबसे पहले आपको प्रीवियस ईयर के पेपर को पढ़ना है तब आपको समझ में आ जाएगा कि पेपर के तरीके से आता है | दोस्तों पैटर्न को समझने के लिए मॉडल पेपर भी आप सॉल्व कर सकते हैं और पढ़ सकते हैं | दोस्तों यदि पेपर के पैटर्न को कोई विद्यार्थी नहीं समझ पाता तब उसकी तैयारी अच्छी तरीके से नहीं हो पाएगी | पेपर के पैटर्न के अनुसार यदि कोई विद्यार्थी तैयारी करता है तब परीक्षा में वह अपना अच्छा प्रदर्शन दिखा पाएगा | दोस्तों जिस विद्यार्थी को पेपर के पैटर्न पता ही न हो तब वह विद्यार्थी किस अध्याय से क्या पढ़ना है कितना पढ़ना है इसके बारे में पता नहीं लगा पाएगा और वह अपनी तैयारी बेहतर तरीके से नहीं कर पाएगा | दोस्तों परीक्षा में अच्छा स्कूल आने के लिए पेपर के पैटर्न को समझना अति आवश्यक होता है | दोस्तों पेपर के पैटर्न को समझ कर ही आप तैयारी करें और परीक्षा में 95% से अधिक अंक हासिल करें |
Numerical प्रश्नों को कैसे हल करें ?
दोस्तों न्यूमेरिकल प्रश्नों को हल करने के लिए आपको इस प्रकार के प्रश्नों में निरंतर अभ्यास की आवश्यकता है | आपको इस प्रकार के प्रश्नों में लगातार प्रेक्टिस करना बहुत जरूरी होता है | इस प्रकार के प्रश्नों को गहराई से आपको सीखना पड़ेगा और समय-समय पर दोहराते रहना होगा | दोस्तों न्यूमेरिकल प्रश्नों में ज्यादातर फिजिक्स के प्रश्न होते हैं जिसमें ताप ,ऊर्जा , कैलोरी आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं | दोस्तों इस प्रकार के प्रश्नों को हल करने से पहले आपको इनको बारीकी के साथ समझना होगा और इनके जो सूत्र होते हैं इनका जो कांसेप्ट होता है इसको समझना बहुत जरूरी होता है | यदि आप इनके कांसेप्ट को समझ जाते हैं तब आसानी से इस प्रकार के प्रश्नों को हल कर सकते हैं |
विकल्प वाले प्रश्नों को कैसे याद करें ?
दोस्तों के कलर वाले प्रश्नों को याद करने के लिए आपको NCERT BOOK उपयुक्त है | दोस्तों एनसीईआरटी पुस्तक से आपका कोई भी प्रश्न बाहर नहीं जा सकता | दोस्तों विकल्प वाले प्रश्न 1 अंक के होते हैं जिसमें आपको प्रश्न के साथ 4 विकल्प दिए जाते हैं उन चारों विकल्पों में से ही आपको उत्तर को लिखना होता है | दोस्तों विकल्प वाले प्रश्न हल करना बहुत ही आसान होता है क्योंकि विकल्पों में से ही आपको उत्तर को लिखना होता है यदि आपको प्रश्न का कांसेप्ट आता है तब आप विकल्प को आसानी के साथ लिख सकते हैं | दोस्तों विकल्प वाले प्रश्नों को याद करने के लिए आप मॉडल पेपर को सॉल्व कर सकते हैं साथ ही प्रीवियस ईयर के पेपर में आने वाले प्रश्नों को सॉल्व कर सकते हैं | प्रीवियस ईयर के पेपर सॉल्व करने से आपको पैटर्न समझ में आ जाएगा कि किस तरीके से परीक्षा में प्रश्न पूछे जाते हैं |
परीक्षा में पेपर को कैसे हल करें ?
दोस्तों कुछ विद्यार्थियों को पेपर को हल करने का तरीका मालूम नहीं होता है जिसके कारण दे परीक्षा का पूरा समय होने के बाद भी कुछ प्रश्नों को छोड़ देते हैं क्योंकि उनके पास समय कम पड़ जाता है | दोस्तों यदि आप परीक्षा के समय से कुछ समय पहले पेपर को हल करना चाहते हैं तब आपको तैयारी के दौरान मॉडल पेपर को सॉल्व करना होगा | दोस्तों आप प्रीवियस ईयर के पेपर को भी सॉल्व कर सकते हैं लेकिन आप कोई भी पेपर सॉल्व करें तब आपको सिलेबस कंप्लीट करने के बाद ही पेपर को सॉल्व करना होगा | दोस्तों सिलेबस कंप्लीट करने के बाद जब आप किसी पेपर को सॉल्व करेंगे तो आपके अंदर आत्मविश्वास होगा | दोस्तों परीक्षा में पेपर को कहां से हल करना है | दोस्तों पेपर कॉपी में जरूरी नहीं होता है कि आप शुरुआत से ही पेपर को हल करें | आप जिस प्रश्न से पेपर को हल करना चाहते हैं उस प्रश्न से पेपर को हल कर सकते हैं लेकिन आपको पेपर हल करते समय यह ध्यान रखना है कि जिस प्रश्न का उत्तर लिख रहे हैं उस प्रश्न का क्रमांक जरूर ध्यान से डाल दें |
विज्ञान का हमारे जीवन में प्रभाव –
दोस्तों विज्ञान का हमारे जीवन में बहुत ही बड़ा योगदान है हमने वर्तमान समय में विज्ञान की द्वारा जो तरक्की की है वह बहुत ही आश्चर्यजनक है | विज्ञान के द्वारा हमारे जीवन में कई क्षेत्रों में हमें चमत्कार देखने को मिला है | जहां एक तरफ हमें विज्ञान बहुत ही सुविधाओं को देती है वहीं दूसरी तरफ विज्ञान की इन सुविधाओं की पीछे कहीं ना कहीं हमारे पर्यावरण को बहुत नुकसान भी होता है |
दोस्तों विज्ञान ने संचार के क्षेत्र में हमारे लिए कम्युनिकेशन अथवा बातचीत करने का तरीका ही पूरी तरह से बदल दिया | पहले लोग चिट्ठी के माध्यम से एक दूसरे की खबर को जाना करते थे जिसमें किसी खबर को पता करने में लोगों को कई दिन लग जाते थे | परंतु वर्तमान समय में लोग मात्र कुछ ही पलों में किसी से भी हजारों किलोमीटर दूर से भी बड़ी आसानी के साथ बात कर सकते हैं | वर्तमान समय में विज्ञान इतना आगे निकल चुका है जिसकी कोई सीमा नहीं है | दोस्तों विज्ञान के द्वारा यातायात के क्षेत्र में भी हम बहुत अधिक विकास कर चुके हैं जहां पहले किसी दूरी को महीनों में तय कर पाते थे वहीं पर आज मात्र कुछ ही घंटों में तय कर सकते हैं | विज्ञान के द्वारा दूरियां एक प्रकार से सिमट कर रह गई | यातायात के माध्यम से एक साथ कई लोग यात्रा कर सकते हैं कहीं आ जा सकते हैं |
दोस्तों चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान के द्वारा हमें एक प्रकार से वरदान मिला है वर्तमान समय में चिकित्सा के क्षेत्र में ऐसी – ऐसी मशीनों का निर्माण हुआ है कि मनुष्य कि किसी भी बीमारी का आसानी से पता लगाया जा सकता है और उसका इलाज बहुत ही कम समय में अच्छे से हो सकता है | दोस्तों CT स्कैन ,आैर X-RAY जैसी मशीन से मरीज के शरीर की किसी भी स्थिति का आसानी से पता लगाया जा सकता है |
विज्ञान का मानव जीवन पर दुष्प्रभाव –
दोस्तों जहां एक तरफ विज्ञान के द्वारा मानव जीवन की बहुत सी समस्याओं का निवारण हुआ है वहीं दूसरी तरफ विज्ञान के द्वारा पर्यावरण का बड़ी मात्रा में नुकसान हो रहा है | दोस्तों जहां एक तरफ वाहनों के द्वारा हमारे आवागमन में सुविधा हुई है वहीं दूसरी तरफ वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण हमारे पर्यावरण को बहुत ही बड़ी मात्रा में क्षति हो रही है | पर्यावरण प्रदूषण होने से वायुमंडल में हमारी जीवन रक्षक ओजोन परत का विनाश हो रहा है | दोस्तों जिस क्षेत्र में विज्ञान हमारे लिए वरदान साबित हुई है वहीं दूसरी तरफ कहीं ना कहीं हमारे लिए नुकसान साबित भी हो रही है |