तैयारी करने के तरीके-
दोस्तों तैयारी तो हर एक विद्यार्थी करता है लेकिन तैयारी के दौरान जो विद्यार्थी सही ढंग से एक विशेष रणनीति से तैयारी जो करता है वही विद्यार्थी रिजल्ट आने पर टॉप कर जाता है| दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं तैयारी किस प्रकार करना चाहिए | आगे इन्हीं सब बातों पर चर्चा होगी की तैयारी के दौरान हमें किन – किन बातों पर ध्यान देना चाहिए |
Read Effectively/ प्रभावी पढ़ना-
दोस्तों कई बार क्या होता है कि कई विद्यार्थी जब किसी पोस्ट को पढ़ना शुरू करते हैं तब उनको हर लाइन इंपॉर्टेंट लगने लगती है | इस प्रकार से विस्तार से बहुत कुछ कुछ याद करने की कोशिश करते हैं और फिर बहुत कुछ याद करते -करते वह अपना कीमती समय बर्बाद करते हैं | दोस्तों आपको बता दें कि हर चैप्टर में पूरा याद नहीं करना होता है और दिमाग की भी अपनी एक क्षमता होती है कि वह एक बार में क्या-क्या याद रख पाएगा | दोस्तों जहां तक मेरा मानना है कि जब किसी चैप्टर को पहली बार पढ़ें तो उसे तुरंत याद करने के बारे में न सोच कर कुछ चैप्टर को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझने का प्रयास करें |
दोस्तों जब आप किसी चैप्टर को पढ़ने के बाद उसमें से कुछ याद करना चाहते हैं तो आपको याद करने से पहले एक बार प्रीवियस ईयर के पेपर उठाकर जरूर देख लेना चाहिए | प्रीवियस ईयर के पेपर देखने के बाद आपको अंदाजा लग जाएगा कि किस पाठ से और कहां से परीक्षा में प्रश्न ज्यादातर पूछे जाते हैं | क्योंकि किसी भी पाठ में सब कुछ इंपॉर्टेंट नहीं होता और ना ही पूरा हमको याद करना होता है | प्रीवियस ईयर के पेपर देखने के बाद आपको पता चल जाएगा कि किस पाठ से कौन सी चीज परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है | दोस्तों किसी चैप्टर में पूरा चैप्टर इंर्पोटेंट नहीं होता उसमें से कुछ परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है | जब आप पुराने पेपर देखने के बाद किसी चैप्टर से सिलेक्टेड और इंपोर्टेंट प्रश्न याद करेंगे तो आप अपना कीमती समय भी बचा पाएंगे और तैयारी भी बेहतर तरीके से कर पाएंगे |
Active Learning / तेज सीखना-
दोस्तों आपने कई विद्यार्थियों को देखा होगा कि वह बोल -बोलकर कुछ न कुछ याद करते रहते हैं | दोस्तों लेकिन यह तरीका वैज्ञानिक तौर पर सही नहीं होता, जहां तक मेरा मानना है तो जब तक आप किसी चैप्टर को ध्यान पूर्वक पढ़ते हैं तब उसी समय आपको जो लाइन परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण लगे आप उस लाइन को अंडर लाइन करते जाएं| इंपॉर्टेंट चीजों को जब आप सेलेक्ट कर लेते हैं तब आप परीक्षा की दृष्टि से आसानी से याद कर पाएंगे | यदि आप इस तरीके से प्रश्नों को याद करते हैं तो आप लंबे समय तक उनको याद रख पाएंगे | यदि आप इस तरीके से याद करते हैं तो आप अपने कीमती समय को भी बचा पाएंगे और अपनी तैयारी को भी बेहतर बनाएंगे |
पढ़ा हुआ कैसे याद रखें?
दोस्तों हमारा दिमाग कोई मशीन तो नहीं है कि अगर एक बार कोई भी चीज याद कर ली जाए तो वह जिंदगी भर भूलेगी नहीं | और ना ही हम अपने दिमाग को समय से ज्यादा काम दे सकते हैं अर्थात एक निश्चित समय के बाद हमारा दिमाग भी आराम मांगता है | जैसा कि आप जानते हैं अगर किसी मशीन को चलाते ही रहे तो वह गर्म होना शुरू हो जाएगी काम करना बंद कर देगी और हो सकता है कि खराब भी हो जाए | दोस्तों इसी प्रकार हमारा दिमाग भी है एक निश्चित समय के बाद हमारा दिमाग थकान महसूस करने लगता है इसी कारण हमारा दिमाग भी आराम मांगता है | पढ़ाई के दौरान हमें अपने दिमाग को भी रेस्ट देना चाहिए
दोस्तों पड़ा हुआ हमें हमेशा याद बना रहे तो इसके लिए हमें जिन चीजों को हम पढ़ें हमें दोहराते रहना होगा | एक बार याद करने के बाद यदि कुछ भी दोहराया नहीं गया तो वह कुछ दिनों के बाद धीरे धीरे भूल जाएगा इसीलिए हमेशा चीजें याद बनी रहे इसके लिए याद की गई चीजों को दोहराते रहना होगा |
Regular Revision/ नियमित दोहराना-
दोस्तों रिवीजन करना बहुत जरूरी होता है | एक बार याद करने के बाद पहला रिवीजन आप 1 दिन बाद कर सकते हैं, वहीं दूसरी बार जब आप रिवीजन करें तो 3 दिन के अंतराल पर कर सकते हैं| इसके बाद जब आप तीसरी बार रिवीजन करें तो इसके लिए आप 7 दिन का अंतराल रख सकते हैं | इसके बाद जब आप चौथी बार रिवीजन करें तो आप 15 दिन के अंतराल पर रिवीजन कर सकते हैं | यदि हम इस प्रकार से रिवीजन करते रहे तो परीक्षा तक आते-आते हमें 95% से ज्यादा चीजें हमारे दिमाग में घूमती रहेंगे और फिर हम परीक्षा मे अच्छा स्कोर आ सकते हैं |
दोस्तों पढ़ाई करने के दौरान नींद का बहुत बड़ा रोल होता है यदि हम ज्यादा नींद लेते रहे तो हमारी पढ़ाई का नुकसान हो जाएगा | वहीं दूसरी तरफ अगर हमने कम नींद ली तो हम बीमार भी हो सकते हैं तब भी हमारी पढ़ाई बर्बाद जाएगी | दोस्तों यदि आप सही तरीके से पढ़ाई करना चाहते हैं और आप चाहते हैं कि हम स्मार्ट तरीके से परीक्षा के लिए तैयार रहें ,तो आपको निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए
नींद का प्रभाव-
दोस्तों जब हम 8th के बाद 9th क्लास में आते हैं तो हम एक प्रकार से हाई लेवल की क्लास में पहुंच जाते हैं | जहां से हमारे पढ़ने का स्टैंडर्ड भी बढ़ जाता है और हमारे ऊपर पढ़ाई को और अधिक करने के साथ-साथ अधिक जिम्मेदारी वाली पढ़ाई का बोझ आ जाता है | ऐसे में दोस्तों स्वाभाविक है कि आपको हर विषय को एक बेहतर रणनीति के साथ पढ़ना होगा चाहे आपके लिए संस्कृत हो या गलत हो अथवा कोई भी विषय सभी विषयों के लिए आपको बराबर समय देना होगा | दोस्तों पढ़ाई के दौरान आप किसी भी विषय को चाहे संस्कृत हो या हिंदी हो किसी भी विषय को हल्के में ना लें परीक्षा के परिणाम में प्रत्येक विषय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है |
१. दोस्तों भोजन को रात्रि के दौरान थोड़ा हल्का लें ताकि आपको तुरंत नींद ना आ सके यदि आप को भोजन के तुरंत बाद नींद आती है तब आप अपनी पढ़ाई को साइड में रख कर नींद के लिए चले जाएंगे और सो जाएंगे | इस प्रकार भारी भोजन करने से आपकी पढ़ाई में नुकसान हो सकता है| यदि आप हल्का भोजन लेंगे तब आप अच्छी पढ़ाई कर पाएंगे हल्का भोजन लेने से तुरंत नींद नहीं आती |
२. भारी भोजन ना लें यदि आप भारी भोजन लेते हैं तो आपको तुरंत नींद आ जाएगी | दोस्तों आपको तो पता है यदि कभी किसी व्यक्ति को नींद बहुत तेज सताती है तब वही व्यक्ति हर काम को छोड़कर नींद में चला जाएगा | दोस्तों नींद एक प्रकार से नशा है यदि नींद बहुत तेजी से सता रही है तब आपको सारे काम छोड़ कर अपनी नींद पूरी करनी ही होगी |
३. दोस्तों हेल्दी और पौष्टिक भोजन लें यदि आप हेल्दी और पौष्टिक भोजन लेते हैं तब आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप बेहतर पढ़ाई कर पाएंगे | पौष्टिक भोजन लेने से आपके शरीर पर अच्छा प्रभाव लिखेगा और आप स्वस्थ रहेंगे | दोस्तों आप तो जानते ही हैं एक बेहतर तैयारी के लिए आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप स्वस्थ रहें | दोस्तों स्वास्थ्य का हमारी परीक्षा पर सीधा असर पड़ता है यदि हमारा स्वास्थ्य अचानक खराब हो जाता है तब हमारा रिजल्ट भी खराब आ सकता है| इसलिए कोशिश रहे कि आपका स्वास्थ्य ना बदल पाए इसके लिए आप केवल सावधानी जग सकते हैं |
४. दोस्तों पढ़ाई करने के दौरान आपको टेबल कुर्सी का इस्तेमाल करना चाहिए | दोस्तों बेहतर तैयारी के लिए टेबल कुर्सी का होना बहुत महत्वपूर्ण होता है | यदि आप टेबल कुर्सी पर पढ़ाई करते हैं तो नींद आपको बहुत कम सताएगी और आप कंसंट्रेट होकर तैयारी कर पाएंगे | दोस्तों यदि आप बेड पर पढ़ाई करेंगे तब स्वाभाविक है कि आपको जल्द ही नींद आ जाएगी| बेड पर पढ़ाई करने के दौरान नींद इसलिए जल्दी आ जाती है क्योंकि जो आप देखते हैं आप का भाव उसी तरफ झुक जाता है बेड पर सोने वाले कपड़े होते हैं उसी वजह से आपका लेटने का ज्यादा मन करेगा इसलिए कोशिश रहेगी आप जब भी पढ़ें टेबल कुर्सी का इस्तेमाल करें|
५. दोस्तों लगातार कई घंटे तक पढ़ना भी हमारे लिए घातक साबित हो सकता है | पढ़ाई करने के दौरान आपको इस तरीके से पढ़ना है कि कम समय में आप ज्यादा चीजों को याद कर पाए | कम समय में ज्यादा चीजों को हाथ केवल कंसंट्रेट होकर पढ़ाई करेंगे तब ही ऐसा हो सकता है | दोस्तों जब आप पढ़ाई कर रही हो तब समय-समय पर आप अपने दिमाग को रिफ्रेश करते रहें | दिमाग को रिफ्रेश करने के लिए आप 1 घंटे 2 घंटे बाद थोड़ा पॉजिटिविटी वाले गाना सुन सकते हैं | ऐसी क्रियाऐ कर सकते हैं जो आपके दिमाग पर नेगेटिव जोर ना डालें |
विद्यार्थी को कितनी नींद लेना चाहिए?
दोस्तों यह मायने नहीं रखता कि आप दिन में कितना पढ़ते हैं कि रात में कितना पढ़ते परंतु आपको समय समय पर 5-8 घंटे की नींद लेना बहुत ही जरूरी होता है | यदि हम 5 घंटे से कम नींद लेंगे तो बीमार भी पड़ सकते हैं और इसका बुरा प्रभाव हमारी तैयारी पर पड़ेगा और फिर हमारा परिणाम भी खराब आ सकता है | दोस्तों समय -समय पर 5-8 घंटे की नींद लेने से हमारा दिमाग भी रिफ्रेश रहेगा और एक्टिव रहेगा | अच्छी नींद लेने से हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है और हमारी पढ़ाई भी अच्छी होती है |
पढ़ने का समय-
दोस्तों यह मायने नहीं रखता कि आप कितना ज्यादा पढ़ते हैं| संस्कृत हो या फिर कोई भी विषय आपको पढ़ने के साथ-साथ याद करने के तरीके पता होना चाहिए | जहां एक तरफ कई विद्यार्थी 10-10 घंटे पढ़ाई करने के बाद भी अच्छा स्कोर हासिल नहीं कर पाते | वहीं दूसरी तरफ एक दूसरा विद्यार्थी प्रतिदिन 3-4 घंटे पढ़ाई करके 95% से अधिक अंक हासिल कर लेता है | दोस्तों 10-10 घंटे पढ़ने से कुछ नहीं होता आपको वह पढ़ना होगा जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है | 3-4 घंटा पढ़ने वाला विद्यार्थी हमेशा पूरे कंसंट्रेट तरीके से पढ़ता है तब उसका आउटपुट अच्छा होता है | 10-10 घंटे पढ़ने वाला विद्यार्थी यदि अच्छा आउटपुट प्राप्त नहीं कर पाता है तो उसका कारण यह है कि वह पूरे कंसंट्रेट होकर नहीं पढ़ता |
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दोस्तों आप भले ही थोड़ा कम समय के लिए पढ़ें लेकिन जितना पढ़ें पूरा ध्यान पूर्वक अथवा कंसंट्रेट तरीके से पढ़ें | ऐसे में क्या होगा कि आप अच्छे तरीके से याद भी कर पाएंगे और आपकी तैयारी भी बेहतर रूप से हो पाएगी | दोस्तों आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना है कि 1 दिन 8 घंटे पढ़ने के बाद आप अगले दिन बिल्कुल भी ना पढ़ें | ऐसे आप कभी -भी अच्छा स्कोर हासिल नहीं कर पाएंगे | अगर आपको बेस्ट से बेस्ट स्कोर हासिल करना है तो आप को नियमित रूप से पढ़ाई करनी होगी | 8 घंटे के बजाय आप भले ही 5 घंटा पड़े लेकिन आप इन 5 घंटों में पूरे कंसंट्रेट हो कर पढ़ें ताकि आप जो भी पढ़ें आपको याद रहे|
दोस्तों का ही विद्यार्थियों का मानना होता है कि 9th और 11th की परसेंटेज कभी काम नहीं आती तो दोस्तों ऐसा बिल्कुल भी नहीं है | जहां तक मेरा मानना है कि पढ़ाई कभी भी व्यर्थ नहीं जाती कभी भी ज्ञान ज्यादा नहीं होता | मेरा मानना है कि हम जितना ज्यादा ज्ञान अर्जित करते हैं हमारे ज्ञान अर्जित करने की भूख और ज्यादा बढ़ जाती है | दोस्तों यदि आप 9th से ही अच्छी तरीके से पढ़ाई करके बेहतर स्कोर हासिल करते हैं तो आपके लिए अगले क्लास में आप बेहतर से बेहतर स्कोर लाने के इच्छुक रहेंगे |