आगर मालवा जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल
हेलो दोस्तों आज हम आपको मध्य प्रदेश की उज्जैन संभाग के अंतर्गत आने वाले आगर मालवा जिले का हिस्ट्री जीके के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें हम आपको बताएंगे कि आगर मालवा जिले में कौन-कौन से पर्यटन स्थल स्थापित हैं। आगर मालवा जिले को 16 अगस्त सन 2013 में शाजापुर से अलग करके मध्य प्रदेश का 51 वा जिला बनाया गया था। मध्य प्रदेश, भारत और विश्व का पहला गौ अभ्यारण आगर मालवा में स्थापित किया गया है । आगर मालवा में भारवा माता का मंदिर अत्यधिक प्रसिद्ध है।
आगरमालवा जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल | |
देश | भारत |
राज्य | मध्यप्रदेश |
संभाग | उज्जैन |
जिला | आगरमालवा |
जिला मुख्यालय | आगरमालवा |
तहसील | 4 |
विधानसभा | 2 |
आगर मालवा जिले की स्थापना | अगस्त 2013 |
आगर मालवा को किस जिले से अलग करके एक नया जिला बनाया गया था | आगर मालवा को शाजापुर जिले से अलग करके एक नया जिला बनाया गया था |
प्रमुख अभ्यारण | आगर मालवा में गो अभ्यारण की स्थापना की गई है |
प्रमुख नदी | आगर मालवा जिले की प्रमुख नदी बाण गंगा है |
आगर मालवा का आरटीओ नंबर | आगर मालवा जिले का आरटीओ नंबर 70 है। |
आगर मालवा के प्रथम एसपी और प्रथम कलेक्टर कौन थे | पहले कलेक्टर पी एस अग्रवाल और पहले एसपी आर एस परिहार थे। |
रणछोड़ मंदिर | आगर मालवा जिले में रणछोड़ मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। |
आगर मालवा जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल
▶️ गौ अभ्यारण
▶️ बैजनाथ महादेव मंदिर
▶️ मां बगलामुखी माता का मंदिर
▶️ मोती सागर तालाब
▶️ पार सुखारी पिपलिया कुमार और तिलार जलाशय
▶️ श्री रानी सती दादी जी का मंदिर
▶️ सोमेश्वर महादेव मंदिर
▶️ माता तुलजा भवानी का मंदिर
▶️ केवड़ा स्वामी मंदिर
▶️ कमल कुंडी
▶️ रणछोड़ मंदिर
▶️ गोपाल मंदिर
▶️ मंशापूर्ण गणपति चिपिया गौ शाला
▶️ केवड़ा स्वामी भैरव नाथ मंदिर
- देवास जिले का हिस्ट्री जीके Dewas History GK 2024 New
☑️ मध्य प्रदेश का पहला गौ अभ्यारण
आगर मालवा सन 1960 से 1947 तक जिला रहा। बाद में इसे शाजापुर की तहसील बना दिया गया था । मध्य प्रदेश का पहला गौ अभ्यारण आगर मालवा के अंतर्गत ही आता है । आगर मालवा के नलखेड़ा के अंतर्गत आने वाला यादवा माता का मंदिर अत्यधिक प्रसिद्ध है। आगर मालवा का आरटीओ नंबर एमपी 70 दिया गया है। इस जिले के पहले कलेक्टर पी एस अग्रवाल और पहले एसपी आरएस परिहार थे। आगरमालवा जिले में 4 तहसीलें और 2 विधानसभा आती हैं।
☑️ बैजनाथ महादेव मंदिर
बैजनाथ महादेव मंदिर आगर मालवा जिले के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों में से एक है। यह जिला आगर मालवा के उज्जैन कोटा रोड पर राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर स्थित है । यह भारत का एकमात्र मंदिर है जिसे अंग्रेजों ने बनवाया था यह मंदिर बाणगंगा नदी के किनारे स्थित है । इस मंदिर का निर्माण कार्य 1528 से शुरू हुआ था। और 1536 इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ था । मंदिर के शिखर की ऊंचाई लगभग 50 फीट है यह मंदिर महादेव को समर्पित है।
☑️ मां बगलामुखी माता मंदिर
मध्य प्रदेश में माता बगलामुखी का मंदिर आगर मालवा जिले की तहसील नलखेड़ा में खुंदर नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर अत्यंत चमत्कारिक है इस मंदिर की स्थापना महाभारत में विजय पाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने वन निर्देशानुसार महाराज युधिष्ठिर ने की थी। मान्यता यह भी है कि यहां की बगलामुखी प्रतिभा शम्भू है । यह एक प्राचीन मंदिर है। 1815 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया था। इस मंदिर में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए आते है। किसी विजय प्राप्त करने के लिए यज्ञ हवन और पूजन पाठ करने आते हैं । बगलामुखी माता मूलता तंत्र की देवी है इसलिए यहां पर तांत्रिक अनुष्ठानों का महत्व अधिक है। इस मंदिर के आसपास सुंदर और हरा भरा बगीचा देखने को मिलता है। नवरात्रि में यहां पर भक्तों का हुजूम लगा रहता है।
☑️ मोती सागर तालाब
आगर मालवा के मोती सागर तालाब की खुदाई 1052 में अभय राम बंजारा द्वारा कराई गई थी । इस खुदाई के दौरान उसने अपने पुत्र और पुत्र वधू की बलि दी थी। ऐसा कहा जाता है कि उन्हीं की याद में तालाब के बीचो बीच एक छतरी नुमा समाधि बनाई गई है । प्राचीन काल में यहा बंजारा कबीलो का निवास था। अभयराम उन्हीं का सरदार था। 428 बीघा में फैला यह मोती सागर तालाब आज भी जिले की सुंदरता को बढ़ाता है।
☑️ पार सुखारी पिपलिया कुमार और तिलार जलाशय
यह जलाशय आगर मालवा जिले में स्थित है। यह बांध कालीसिंध नदी पर स्थित है । इन बांधों में आप पिकनिक मनाने जा सकते हैं । यह जलाशय देखने में बहुत ही सुंदर लगता है । इस जलाशय को देखने के लिए बहुत ज्यादा की संख्या में लोग पहुंचते हैं।
☑️ श्री रानी सती दादी जी का मंदिर
आगर मालवा जिले में श्री रानी सती दादी जी का मंदिर स्थित है। आगर मालवा का श्री रानी सती दादी जी का मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर लोग बहुत दूर-दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं।
☑️ सोमेश्वर महादेव मंदिर
आगर मालवा जिले से यह 25 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। आगर मालवा जिले में ग्राम सुनरिया है इसी ग्राम के पश्चिम में में 1 किलोमीटर की दूरी पर छोटी काली सिंध नदी के यह मंदिर स्थित हैं । मान्यता है कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने भगवान सोमेश्वर की स्थापना की थी । यह बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां पर लोग बहुत दूर दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं।
☑️ मां तुलजा भवानी मंदिर
आगर मालवा शहर से पूर्व 2 किलोमीटर की दूरी पर मां तुलजा भवानी का मंदिर स्थित है । जो प्राचीन गुफा में स्थित है। कनॉट रोड से दक्षिण दिशा में इस मंदिर की दूरी 1 किलोमीटर है। आगरमालवा जिले का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है मां तुलजा भवानी मंदिर में श्रद्धालु बहुत ज्यादा की संख्या में पहुंचते हैं।
☑️ केवड़ा स्वामी मंदिर
यह मंदिर आगरमालवा जिले में स्थित है । यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यहां पर एक तालाब भी स्थित है यह एक अच्छी जगह है। केवड़ा स्वामी का मंदिर आगर मालवा जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल है। यहां पर लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं।
☑️ कमल कुंडी
कमल कुंडी आगर मालवा जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर भगवान शंकर का मंदिर है यह राजस्थान तालाब के किनारे पर स्थित है। यह पर्यटन स्थल देखने में बहुत ही मनमोहक लगता हैं।
☑️ रणछोड़ मंदिर
यह मंदिर आगर मालवा बस स्टैंड से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है
। रणछोड़ मंदिर देखने में बहुत ही सुंदर एवं मनमोहक लगता है । इस मंदिर को इतनी अच्छे तरीके से सजाया गया है कि लोग इसे देखने के लिए बहुत ज्यादा की संख्या में यहां पर पहुंचते हैं।
☑️ गोपाल मंदिर
यह मंदिर आगरमालवा जिले के सराफा बाजार में स्थित है इसमें भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर में अनेक लोग दर्शन के लिए आते हैं । यहां पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बहुत भीड़ होती हैं।
☑️ मंशापूर्ण गणपति चिपिया गौ शाला
आगर मालवा जिले से 8किलोमीटर दूर बड़ौद रोड पर स्थित है। यहा की मूर्ति अत्यंत प्राचीन है। यहां पर गणेश गौ शाला भी स्थित है। यहा का प्राकृतिक नजारा देखने लायक है। यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है।
☑️ केवड़ा स्वामी भैरव नाथ मंदिर
आगरमालवा के प्रसिद्ध मोती सागर तालाब के तट पर केवड़ा स्वामी भैरवनाथ मंदिर स्थित हैं। यहा की मूर्ति अद्वितीय एवं एक विशाल वृक्ष के तने की ओर हैं। यहीं केवड़के फूलो का बगीचा हैं। मान्यता है कि इस मूर्ति की स्थापना सन 1424 में की गई थी।
आगर मालवा जिले का हिस्ट्री जीके Agar Malwa History GK 2022 New Updated FAQ’s
⏺️ आगर मालवा मध्य प्रदेश का कितने नंबर का जिला है?
उत्तर- आगर मालवा जिला मध्य प्रदेश का 51 वा जिला बना था।
⏺️ आगर मालवा को मध्य प्रदेश के किस जिले से अलग करके नया जिला बनाया गया था?
उत्तर- आगर मालवा जिले को मध्यप्रदेश के शाजापुर से अलग करके जिला बनाया गया है।
⏺️ आगर मालवा जिले का आरटीओ नंबर कितना है?
उत्तर- आगर मालवा जिले का आरटीओ नंबर 70 घोषित किया गया है।
⏺️ आगर मालवा जिले को कब बनाया गया था?
उत्तर- आगर मालवा जिले को सन 2013 में बनाया गया था
⏺️ आगर मालवा जिले के पहले कलेक्टर और एसपी कौन थे?
उत्तर- आगर मालवा जिले के पहले कलेक्टर पी एस अग्रवाल और पहले एसपी आर एस परिहार थे।
⏺️ बैजनाथ महादेव मंदिर की ऊंचाई कितनी है?
उत्तर- बैजनाथ महादेव मंदिर की ऊंचाई 50 फीट है।
⏺️ मोती सागर तालाब का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था?
उत्तर- मोती सागर तालाब का निर्माण अभय राम बंजारा
द्वारा करवाया गया था।